भोज बगड़ावत की कथा | BHOJ BAGDAWAT KATHA

भोज बगड़ावत की कथा, Hindu God
भोज बगड़ावत की कथा, Hindu God 

भोज बगड़ावत की कथा | BHOJ BAGDAWAT KATHA frd

बगडावत भारत कथा -5

God story नियाजी से मिलकर नीमदेवजी वापिस रावजी के पास जाकर कहते हैं। कि वे तो बाघ जी के बेटे बगड़ावत हैं। रावजी कहते हैं कि फिर तो वे अपने ही भाई है। रावजी सवाई भोज के पास आकर उनको अपना धर्म आई बना लेते हैं और उन्हें बड़े आदर के साथ नौलखा बाग में ठहराते है। राजा दुर्जन शाल बगड़ावतो को दावत देते है जिसमे मिठाईया व पकवान बनाये जाते है ।  भोज बगड़ावत की कथा उसके बहुत बगावत राजा दुर्जन शाल को दावत देते हैं और सवाई भोज निया जी को कहते हैं कि राजा भोज बगड़ावत की कथा,BHOJ BAGDAWAT KATHA,भोज बगड़ावत संपूर्ण कथा,राजा भोज बगड़ावत कथा,भोज बगड़ावत की कथा, indian God story, God ,बगड़ावत कथा, देवनाराय महाराजाओं के तो शराब काम में आती है इसलिए वह पातूड़ी कलाली के पास शराब लेने जाते है। पालूड़ी अभिमान से बात करती हैं। तब सवाईभोज ये शर्त रखते है भोज बगड़ावत की कथा कि अगर पातू मेरे इस बीडे (प्याला) को दारू से पूरा भर दे तो मैं आपको मूह मांगी कीमत दूंगा । यह बात सुनकर पातु शर्त के लिये तैयार हो जाती है और सवाई भोज के पास जाती है और अपनी सारी दारु सवाई भोज की हथेली मे रखे बीडे में उडेलती है। यहां तक की पातु की सारी दारु खतम हो जाती है उसकी दोनों दारु की झीलें सावन-भादवा भी खाली हो जाती है। मगर सवाई भोज का बीडा खाली रह जाता है, भर नहीं पाता । यह देखकर पातु घबरा जाती है और सवाई भोज के पांव पकड़ लेती है और कहती है कि भोज बगड़ावत की कथा

आप मुझे अपनी राखी डोरा की बहन बना लीजिये और सवाई भोज को राखी बान्ध कर अपना भाई बना लेती है। बगडावत नौलखा बागसे वापस आते समय मेघला पर्वत पर पातु द्वारा दिया गया दारु का बीड़ा खोलते हैं। बगड़ावत वहां काफी मात्रा में शराब गिराते है । वह शराब इतनी मात्रा में जमीन पर उण्डेलते है कि शराब रिस कर पाताल लोक में जाने लगती है जो पृथ्वी को अपने शीश पर धारण करने वाले राजा बासक के सिर पर जाकर टपकती है,भोज बगड़ावत की कथा उससे शेषनाग कुपित हो जाते हैं गुस्सा होते हुए राजा बासक तीनों लोकों के स्वामी भगवान विष्णु के पास जाकर बगड़ावतों की शिकायत करते हैं और कहते हैं कि हे नारायण बगड़ावतों को सजा देनी होगी। उन्होने मेरा धर्म भ्रष्ट कर दिया है। आप कुछ करिये भगवान ।

कथा और आगे भी हैं यह भी पढ़ें

बगडावत भारत कथा -6

🌹🌹🌹🌹🥀🌺🌷🌷🌷🌷🌷🌺🌺🥀🌹🌹

पोस्ट अच्छी लगी हो तो कमेंट करके बताएं और अपनी राय दें फॉलो करना ना भूलें ताकि और आगे मैं पोस्ट अपलोड करूं आपके पास उसका नोटेशन आ जाए पोस्ट पढ़ने के लिए दिल से धन्यवाद

Ramlal_gujjar
Ramlal_gujjar 

🙏राम राम सा ✍️लेखक रामलाल वीर भड़ाना गुर्जर मध्य प्रदेश देवास जिला गांव मगरिया  व्हाट्सएप नंबर +919399949985

🌹🌹🌹🌹🥀🌺🌷🌷🌷🌷🌷🌺




एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.